सीता नगर परियोजना में किसानों के साथ मुआवजे में अन्याय-किसानों ने सौंपा ज्ञापन
दमोह:पथरिया विधानसभा के सीता नगर में सीता नगर परियोजना काम चल रहा है ।बड़ा बांध बनाया जा रहा है ।किसानों को पानी देने की बात कही जा रही है ।भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार ने इस योजना को मंजूरी देने के बाद प्रारंभ कराया था ।लगातार योजना आगे बढ़ती चली जा रही है। लेकिन इस योजना से प्रभावित किसानों का हाल बेहाल है ।किसानों को समय पर मुआवजा राशि नहीं मिली। क्या फिर भेदभाव विभाग एवं नेताओं के द्वारा किया जा रहा है ।अधिकारियों की मनमानी है ।ठेकेदार आगे काम करता चला जा रहा है ।किसानों की फरियाद सत्ता के सिंहासन पर बैठे लोगों के कानों तक नहीं पहुंचती ।अधिकारी इस आवाज को सुनना नहीं चाहते। जिसके चलते किसानों के सामने एक आंदोलन ही मात्र रास्ता रह गया है। सीता नगर क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों के द्वारा सैकड़ों की तादाद में बटियागढ़ पहुंचकर तहसीलदार जानकी उईके को एक ज्ञापन सौंपा और मांग कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए ।1 वर्ष पहले उनके द्वारा जो खाता खसरा लिया गया था उसमें उनकी जमीन सिंचित थी ।अब आज असिंचित बना दिया गया है ।सड़क को गायब कर दिया गया है ।पेड़ पौधे और मकान को दर्शाया नहीं गया है। इसके चलते काफी कम पैसा मुआवजा की राशि के रूप में किसानों को मिलेगा ।किसानों के भरण-पोषण जीवन यापन के लिए यही एकमात्र साधन है ।जब जमीन नहीं रहेगी तो किसान कहां जाएगा ।लाखों रुपए कीमत की जमीन के दाम सरकार के द्वारा काफी कम तय किए गए हैं। अब किसान आंदोलन की राह पर जाने वाला है ।आज स्पष्ट रूप से किसानों के द्वारा इस बात को बताया गया ।कि उनकी शिकायत पर उचित मुआवजा राशि नहीं दी जाती तो अब आंदोलन करने के बाध्य होंगे ।प्रदेश में किसानों की सरकार है। किसानों से जमीन छीनी जा रही है ।उचित मुआवजा नहीं मिल पा रहा है ।सरकार के नुमाइंदे ढिंढोरा पीट रहे हैं ।कि किसानों को फायदा होगा जब किसान ही नहीं रहेगा ।तो योजना से फायदा शायद नेता अधिकारी और ठेकेदार को होगा?