दिल्ली के किसानों के प्रदर्शन को दमोह किसानों का समर्थन ,दमोह के किसान भी उतरे सड़कों पर, मांगो को लेकर सौंपा ज्ञापन
दमोह: देश की राजधानी दिल्ली में देश के अलग-अलग राज्यों से आए किसानों के द्वारा जमकर प्रदर्शन किया जा रहा है। केंद्र सरकार भी इस आंदोलन को लेकर काफी परेशान है ।लगातार बातचीत का रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध हो रहा। भारतीय किसान यूनियन के द्वारा आज एक ज्ञापन सौंपा गया ।ज्ञापन में नए तीन किसी अध्यादेश में पारित कानूनों को वापस लिया जाए। एमएसपी कानून किसान हित में बनाया जाए ।दमोह कृषि उपज मंडी में व्यापारियों के द्वारा अनाज खरीदी पर मुद्दत काटना पूर्णता बंद हो ।ग्राम स्तर की जनसुनवाई सप्ताह में पटवारियों की उपस्थिति में शुरू की जाए ।इसके अलावा खरीद फसल सोयाबीन क्षतिपूर्ति मुआवजाबीमा राशि का तत्काल भुगतान किया जाए ।धान खरीदी को सुचारू रूप से प्रारंभ किया जाए ।देश के प्रधानमंत्री प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा ।जिला अध्यक्ष मुकेश पटेल जिला कार्यकारी अध्यक्ष दिलीप पटेल के द्वारा यह ज्ञापन सौंपा है। कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर नारेबाजी की गई किसानों ने सरकारों के विरोध में नारेबाजी की किसान शक्ति जागेगी सारी समस्या भागेगी के साथ अपना विरोध दर्ज कराया। और कहा गया है, मांग पूर्ण नहीं होती ।तो भारतीय किसान यूनियन सड़कों पर आकर आंदोलन करेगा ।जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी। बही दिल्ली के साथ दमोह के किसान आंदोलन की रूपरेखा बना रहे हैं। दमोह में एक बड़ा आंदोलन किसानों के द्वारा किया जाएगा ।