भांजियों ने मामा पर लगाए गंभीर आरोप ,सेवा के दौरान फूल, काम निकल जाने के बाद चलवाई लाठियां
दमोह: भोपाल में कोविड-19 के स्वास्थ् कर्मियों के द्वारा प्रदेश सरकार से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी बीच पुलिस वहां पहुंची और बर्बरता पूर्ण कार्यवाही की स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट की गई ।45 लोगों के ऊपर मामला दर्ज किया गया और बताया गया कि बिना किसी परमिशन के इनका धरना प्रदर्शन चल रहा था। इस घटना के बाद जहां पूरे प्रदेश में राजनीति गरमाई हुई है वहीं दूसरी ओर कोविड-19 में अपनी सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मी स्वास्थ्य विभाग में अपने बहाली की मांग के साथ मामला वापस लिया जाए यह मांग रख रहे हैं। साथ ही इनका कहना है कि, स्वास्थ्य विभाग में ऐसे समय में ने अपनी सेवाएं दी हैं। जब कोविड-19 के पेशेंट लगातार बढ़ रहे थे। उस समय कोई भी स्टाफ कोविड तक नहीं जाता था। लेकिन अब बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।यह किसी भी तरह से उचित नहीं है। कोविड-19 स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पहले फूल बरसाते थे ।कोरोना योद्धा उन्हें बताते थे ।लेकिन अब न जाने क्या हुआ ।उनकी नजर में अपने भांजे भांजियो की इज्जत नहीं रह गई है ।और लाठिया बरसाने लगे हैं ।पहले खुलेआम सम्मान हुआ करता था। अब अपमान हुआ करता है ।आखिर हो भी भला क्यों नहीं काम निकल गया। कोविड-19 की लहर धीमी पड़ गई ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया ।आखिर कब तक इनका शोषण होता रहेगा कई तरह के प्रश्नों के जवाब सरकार से जानना चाहते हैं इनकी मांग है कि इन्हें संविदा नियुक्ति पर रखा जाए।
कांग्रेस के पदाधिकारी भी इस मौके पर मौजूद रहे ज्ञापन देने वालों में डॉ सुरेंद्र पटेल हर्षित दुबे जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नितिन मिश्रा, मोनू पटेरिया सहित कोविड-19 के स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।