वह दिन दूर नहीं जब दमोह पंजाब से कम नहीं रहेगा- केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटैल
दमोह : केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटैल ने कहा है कि वह दिन दूर नहीं की जब दमोह पंजाब से कम नहीं रहेगा। उन्होंने कहा हमारा किसान मेहनतकश है, पानी और बिजली हम देंगे तो यहां की खेती पंजाब के खेतों की तरह हो जायेगी। हमें सिंचाई के कामों से संतोष मिलता है, यह डेम 2021 में पूरा हो जायेगा। श्री पटैल आज सुबह 09 बजे सतधरू सिंचाई परियोजना का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा यह एक अच्छी साइड है, जो सबसे पहले होनी चाहिए थी क्योंकि कभी यदि दमोह में कभी जल का संकट हो तो कोई यदि बेहतर पावर स्टेशन होगा, तो वह सतधरू परियोजना ही होगा।
केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने कहा सतधरू परियोजना हमें बहुत दूर की सोच कर चलना चाहिए, यह परियोजना सिचाई एवं पीने का पानी का प्रबंध करेगा, उन्होंने कहा मैं प्रधानमंत्री जी का जरूर आभार व्यक्त करूंगा, वहां बैठकर देश के एक-एक परिवार के बारे में विचार हो सकता है और वह मूर्त रूप ले सकता है।
उन्होंने कहा तकनीकी बातें आने वाली जनरेशन को भी समझना चाहिए, एक तरफ आप ग्रेविटी से पानी पहुंचा रहे हो और दूसरी तरफ लिफ्ट के माध्यम से भी सैकड़ों मीटर तक पानी पहुंचा सकते हैं। सतधरु इस मामले में जानकारी बढ़ाने वाली योजना भी है, यह योजना लोगों को सिर्फ लाभ नहीं देगी, बल्कि तकनीकी रूप से जानकारियां बढ़नी चाहिए, उसकी दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण योजना है। उन्होंने कहा सबसे कम लागत का बांध सतधरू परियोजना ही है, अगले वर्ष जून की टाइमलाइन इस परियोजना को कंप्लीट होने के लिए रखी गई है। समय पर चीजें चल रही है, यह खुशी की बात है, कुछ काम कोरोना काल में प्रभावित हुए हैं, उन की समय सीमा भी तय की जा रही है, उनके आधार पर काम होंगे जिससे परियोजना को अंतिम रूप देने में मदद मिलेगी।
इस संबंध में कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन श्री जाटव ने कहा यह योजना 315 करोड रुपए की है, इसमें डैम और पाइप लाइन का काम किया जायेगा, डैम से 55 प्रतिशत काम कंप्लीट हो चुका है, साथ ही हर्षा कंस्ट्रक्शन का कैनाल का काम 97 करोड़ का एग्रीमेंट है, जिसमें लगभग 26 करोड़ का काम हो चुका है, यह पूरी परियोजना जून 2021 तक तक कंप्लीट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हर्षा कंस्ट्रक्शन का एग्रीमेंट 3 साल तक का है, डैम के काम को आगे बढ़ाया गया है, यह काम मार्च 2020 तक का था। उन्होंने कहा इस योजना से 7555 हेक्टेयर की सिंचाई की जाएगी, जिसमें सतधरू डैम में 63 एमसीएम पानी टोटल लाइव स्टोरेज होगा, जिसमें 27 एमसीएम पानी जल निगम एवं 24 एमसीएम पानी इरिगेशन के लिए और शेष वाटर डैड वाटर होगा।
जल निगम के महाप्रबंधक श्री जैन ने कहा मध्य प्रदेश जल निगम द्वारा दो परियोजनाए क्रियान्वित की जा रही है, दमोह-पटेरा समूह जल प्रदाय योजना, जिसमें 447 गांव सम्मिलित किए गए हैं एवं दूसरी जबेरा-तेंदूखेड़ा जिसमें 218 गांव को पानी मिलना है, इस परियोजना से प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर में टोंटी के द्वारा जो प्रधानमंत्री जी का जल जीवन मिशन है, प्रत्येक घर में टोंटी से हम पानी देंगे, मिशन के अंतर्गत यह योजना चल रही है। उन्होंने बताया एक परियोजना का काम लगभग 67 एवं दूसरी परियोजना का 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका हैं । उन्होंने बताया सतधरू परियोजना में हमारा इंटेल टेंक बन रहा है, दो फिल्टर प्लांट बन रहे हैं, इसमें 8 जगह पाने की टंकियां जिन्हें एमबीआर कहा जाता है, को बना रहे हैं, जिसमें ग्रेविटी के माध्यम से 240 टंकियों में पानी पहुंचाया जाएगा, 240 टंकियो के माध्यम से पूरे 665 गांव में प्रत्येक गांव में प्रत्येक घर में पानी पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने बताया इस परियोजना में सभी ग्रामीणों का भी सहयोग रहेगा, गांव स्तर की कमेटियां, समितियां, सैनिटेशन कमेटी बनेगी, जो गांव के अंदर की व्यवस्था, विलेज वाटर सप्लाई देखेंगी, जिसमें एक कनेक्शन के लिए गरीबी रेखा के नीचे परिवार को 100 रूपये और गरीबी रेखा के ऊपर के परिवार को 500 रूपये कनेक्शन के लिया जाएगा, जो पैसा समिति लेगी ,इसमें किसी ठेकेदार का हिस्सा नहीं रहेगा, इसमें जो भी काम किया जाएगा, वह समिति के माध्यम से किया जाएगा, न्यूनतम 60 रूपये जल कर के रूप में प्रतिमाह लिया जाएगा। इस परियोजना में 665 गांवों को पानी पहुंचाया जाएगा, जबेरा के प्रत्येक विकासखण्ड का एरिया, दमोह के लगभग 160 गांव, पटेरा 105, हटा 43 के गांव कवर किए जा रहे हैं, यह शासन की बहुत महत्वकांक्षी योजना है, सभी का प्रयास है दिसंबर 2021 तक प्रत्येक परिवार को इस योजना से लाभ दिया जा सकेगा।
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी, एसडीएम गगन विसेन, कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन श्री जाटव और जल निगम के महापबंधक श्री जैन, अवधेश प्रताप सिंह, मॉन्टी रैकवार, संजय यादव, प्रमोद विश्वकर्मा, मोनू चौरसिया, प्रियंक सिंह लोधी, दानसिंह लोधी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और निर्माण एजेंसियों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
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