पार्टी में अनदेखी से खफा गुलाम नबीं आजाद ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
नई दिल्ली। कांग्रेस में अंदरूनी कलह बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबीं आजाद ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वह, पार्टी के कामकाज के तौर-तरीकों से, पिछले काफी समय से नाराज चल रहे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पिछले काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। इससे पहले उन्होंने कश्मीर की इकाई का पद छोड़ दिया था। पार्टी की आलाकमान सोनिया गांधी लगातार नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश कर रही थी।
गुलाम नबी आजाद ने पांच पृष्ठ में अपना इस्तीफा लिखकर पार्टी संगठन को भेजा हैं। उन्होंने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने जब से पार्टी का कामकाज संभाला है, तब से उनकी उपेक्षा की जा रही है। इसके बाद से ही पार्टी में एक ऐसे वर्ग का उदय हुआ जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बातों को नजरअंदाज करता है। पार्टी के अंदर अनुभवी लोगों की बात को नहीं सुना जाता हैं। यह स्थिति पार्टी का वरिष्ठ कार्यकर्ता होने के नाते मेरे लिए असहनीय है। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए अपने पत्र में कहा कि मुझे लगातार पार्टी की गतिविधियों से लाइडलाइन किया जा रहा है और अब यह स्थिति असहनीय हो गई है।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भी पार्टी की राज्य इकाई की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से रविवार को इस्तीफा दे दिया था। उनके इस कदम को कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। आनंद शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया था कि पार्टी में रहते उनके स्वाभिमान को चोट पहुंची है, उन्हें पार्टी की सामान्य गतिविधियों में महत्व नहीं दिया जाता और न किसी महत्वपूर्ण बैठक में आमंत्रित किया जाता है।
