पैगंबर पर विवादित टिप्पणी मामले में टी राजा सिंह की जमानत के खिलाफ तोड़फोड़ और आगजनी

पैगंबर पर विवादित टिप्पणी मामले में टी राजा सिंह की जमानत के खिलाफ तोड़फोड़ और आगजनी
हैदराबाद । इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान के मामले में आरोपी भाजपा विधायक टी राजा सिंह की जमानत के खिलाफ यहां जमकर आक्रोश के बीच जमकर बवाल हो रहा है। विवादित टिप्पणी मामले में पहले भाजपा विधायक को गिरफ्तार किया गया फिर थोड़ी देर बाद कोर्ट ने उनकी रिहाई का आदेश दे दिया। टी राजा सिंह की रिहाई से आहत लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की और पुलिस के वाहन की शीशे भी तोड़ दिए। हैदराबाद के चार मीनार पर तैनात पुलिस बल की गाड़ियों पर हमला कर शीशे तोड़े गए। तनावपूर्ण हालत को देखते हुए जगह-जगह पुलिस की तैनाती गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टी. राजा सिंह के घर लौटते ही उनके समर्थकों की भीड़ आवास के बाहर जुट गई। जबकि उनके बयान से गुस्साए लोगों ने सड़क पर उतरकर देर रात तक प्रदर्शन किया। हैदराबाद के कई हिस्सों में निलंबित भाजपा नेता राजा सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इन प्रदर्शनों में ‘सर तन से जुदा’ के नारे लग रहे हैं। पैगंबर मोहम्मद पर सिंह की टिप्पणी से उपजे विरोध के बीच हैदराबाद के शालिबांडा में दुकानें बंद हैं। हैदराबाद की सड़कों पर बुधवार सुबह प्रदर्शनकारियों को सिंह के पोस्टरों को जूते से मारते हुए भी देखा गया।
टी राजा सिंह के बयान और उनकी रिहाई के खिलाफ प्रदर्शन के कई वीडियो सामने आए। इन वीडियो में आपत्तिजनक नारे के साथ टी राजा की फांसी की मांग की गई। गौरतलब है कि विवादास्पद टिप्पणी के सिलसिले में टी राजा को भाजपा से निलंबित कर दिया। भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर 10 दिनों के भीतर यह जवाब भी मांगा है कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए।
भाजपा विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी और धर्म विशेष की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में टी राजा सिंह कथित तौर पर एक धर्म विशेष के खिलाफ कुछ टिप्पणी करते दिख रहे हैं। भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग करते हुए समुदाय के कई लोगों ने सोमवार की रात को पुराने शहर में धरना भी दिया था।
प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने मंगलवार को तेलंगाना के निलंबित भाजपा विधायक टी राज सिंह की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही धार्मिक हस्तियों की पवित्रता की रक्षा के लिए एक कानून की भी मांग की है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने राजा की टिप्पणी को बहुत शर्मनाक और चौंकाने वाला बताया।