भाजपा और कांग्रेस के कई विधायक डेंजर जोन में, कट सकता है टिकट
-आंतरिक सर्वे रिपोर्ट से खलबली
भोपाल । मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उन विधायकों का टेंशन बढ़ गया है जिनका पार्टी सर्वे रिपोर्ट में परफॉर्मेंस खराब निकला है। बीजेपी और कांग्रेस के आंतरिक सर्वे रिपोर्ट में कई विधायकों को डेंजर जोन में बताया गया है। कांग्रेस में ऐसे 27 और बीजेपी में भी ऐसे ही कई विधायकों का टिकट संकट में पड़ गया है। ये विधायक अपने लिए सुरक्षित सीट तलाश रहे हैं। इन्हें डर है कि इस बार कहीं टिकट ही न कट जाए।
एमपी में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होना हैं। कांग्रेस पार्टी के आंतरिक सर्वे में मौजूदा 27 विधायकों की स्थिति खराब बताई गई है। कमलनाथ ने बीते दिनों प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में हुई पार्टी की प्रदेश समिति प्रदेश बैठक में उन विधायकों को चेताया है जिनकी सर्वे रिपोर्ट में परफॉर्मेंस पुअर है। कांग्रेस के आंतरिक सर्वे के बाद अब कांग्रेस के कई मौजूदा विधायक सीट बदलने के मूड में आ गए हैं। स्थानीय स्तर पर एंटीइंकंबेंसी के चलते पार्टी के कई सीनियर विधायक से लेकर नए विधायक सेफ सीट की तलाश में जुट गए हैं। यही वजह है कि कई विधायकों ने अपने विधानसभा से लगी दूसरी विधानसभा सीट पर भी अपनी सक्रियता तेज कर दी है।
बीजेपी में भी खलबली
सिर्फ कांग्रेस के अंदर ही विधायक सीट बदलने की तैयारी में नहीं हैं बल्कि बीजेपी के अंदर भी आंतरिक सर्वे रिपोर्ट में कई विधायकों को डेंजर जोन में बताया गया है। हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनाव में आधा दर्जन मंत्री ऐसे निकल कर आए हैं जिनके प्रभाव वाले जिले में बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा है। पार्टी की सर्वे रिपोर्ट में भी कई विधायकों की स्थिति ठीक नहीं बताई गई है। यही वजह है कि भाजपा के अंदर भी कई विधायकों ने दूसरी सीट तलाशना शुरू कर दिया है। हालांकि बीजेपी विधायक कृष्णा गौर का कहना है भाजपा के अंदर पार्टी आलाकमान का फैसला ही सर्वमान्य होता है। जिस विधायक को पार्टी जहां से बोलेगी वहां से वह चुनाव लड़ेगा।
अभी से दावेदारी, नये चेहरे कतार में
बीजेपी और कांग्रेस के अंदर मौजूदा विधायकों के साथ और भी कई दावेदार सक्रिय हैं। इनमें तो कई नये चेहरे भी हैं। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने आज अपने जन्मदिन के बहाने हुजूर विधानसभा सीट के कोलार क्षेत्र में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर 2023 के चुनाव की दावेदारी पेश कर दी है। भगवानदास सबनानी के होर्डिंग में क्षेत्र के मौजूदा विधायक रामेश्वर शर्मा का फोटो नहीं लगाया गया। मतलब साफ है कि नए चेहरों की दावेदारी और पुराने चेहरों की स्थिति को लेकर बीजेपी के अंदर भी अब विधायक दूसरी सीट की तलाश में जुटे हुए हैं। जैसे ही चुनाव नजदीक आएंगे वैसे ही विधायक अपनी विधानसभा सीट पर अपनी स्थिति को भांपते हुए व पाला बदल दूसरी सीट पर किस्मत आजमाने की कोशिश कर सकते हैं।
क्या कहता है बीजेपी का सर्वे
2018 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के आंतरिक सर्वे में कई मंत्रियों के विधानसभा में चुनाव हारने की रिपोर्ट आई थी। कई मंत्रियों की सीट बदल दी गयी थी। लेकिन अपनी परंपरागत सीट पर चुनाव लडऩे वाले कई मंत्री विधायकी से हाथ धो बैठे थे। अब यही वजह है कि पार्टी सर्वे के आधार पर विधानसभा में अपनी स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश में विधायक हैं। जहां स्थिति नहीं सुधरेगी वहां विधायक दूसरी विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोक सकते हैं।