आवासहीनों को आवास के पट्टे एवं आवास निर्माण हेतु धनराशि उपलब्ध कराने का कार्य ऐतिहासिक – केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया
ग्वालियर – केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि ग्वालियर में आवासहीनों को आवास के पट्टे देने के साथ ही उनको बीएलसी घटक के तहत मकान बनाने के लिए जो धनराशि देने का कार्य किया गया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आवासहीनों को आवास देने का यह अनुकरणीय कार्य है। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने सोमवार को ग्वालियर के बाल भवन प्रांगण में आवासहीनों को आवास के पट्टे प्रदान करने के लिये आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में यह बात कही। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने 528 आवासहीनों को आवास के पट्टे प्रदान करने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के बीएलसी घटक के अंतर्गत आवास बनाने की धनराशि भी प्रदान की। कार्यमक्रम में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल, नगर निगम सभापति श्री मनोज तोमर, नेता प्रतिपक्ष श्री हरीपाल, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी, पूर्व विधायक सर्वश्री रमेश अग्रवाल, रामबरन सिंह गुर्जर, मदन कुशवाह सहित क्षेत्रीय पार्षद एवं कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कान्याल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में जिन लोगों को मकानों से बेदखल किया गया था, उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा आवास के पट्टे देने के साथ ही आवास बनाने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 लाख 50 हजार रूपए के मान से 6 करोड़ 57 लाख रूपए की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। इन सभी को एक ही स्थान पर कॉलोनी विकसित कर आवास निर्माण की मंजूरी दी गई है। इनकी कॉलोनी के विकास हेतु 4 करोड़ 80 लाख रूपए की राशि कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने आश्रय शुल्क से मंजूर की है। इन आवासहीनों की कॉलोनी में 40 फुट चौड़ी सड़क, प्राइमरी स्कूल, कम्युनिटी हॉल, आंगनबाड़ी केन्द्र के साथ-साथ पानी, सीवर एवं विद्युत की व्यवस्था भी की जायेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि प्रदेश सरकार का संकल्प है कि हर आवासहीन को आवास मिले, इसके लिये प्रदेश भर में आवास के पट्टे वितरण करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवासों का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है।
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