मदिरा के दामों हुई बढ़ोतरी तो शराबियों ने किया सस्ते ब्रांडों का रुख

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मदिरा शौकीनों को राज्य सरकार ने झटका देते हुए अप्रैल में मादक पेय पदार्थों पर 30 प्रतिशत बिक्री कर लगा दिया। इसके बाद कीमतों में आई भारी तेजी के कारण इस मदिरा शौकीनों ने सस्ती ब्रांडों वाली शराब का रुख कर लिया है। एक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है। एक सोशल मीडिया-आधारित प्लेटफ़ॉर्म लोकल सर्किल्स द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि राज्य भर में 8,600 उत्तरदाताओं में से 50 प्रतिशत ने शराब की महंगाई के कारण शराब की सस्ती ब्रांडों की ओर अपना रुख किया है।
इसके अनुसार, सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोगों ने कहा कि बिक्री कर लगाने के बाद उनके पसंदीदा ब्रांड अधिक महंगे हो गए हैं, और उन्हें या तो खपत कम करना पड़ता या उन्हें सस्ते विकल्प की ओर जाना होता। लगभग 36 प्रतिशत ने कहा कि अगर बिक्री कर को वापस लिया जाता है तो वे अपनी खरीद बढ़ाने को तैयार हैं, जबकि 51 प्रतिशत लोग ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों से शराब खरीदना पसंद करते हैं। सर्वेक्षण फर्म के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और ओडिशा सरकारों ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान शराब पर अतिरिक्त शुल्क लगाया था, लेकिन बाद में बिक्री में भारी कमी के कारण इसे वापस ले लिया।

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